Kavi Mahindu
कवि महिन्दु
कवि महिन्दु या महीचंद्र इल्लराज के पुत्र हैं। इनके विषय में भी अधिक उल्लेख प्राप्त नहीं होता है। इतना स्पष्ट अवश्य होता है कि यह भट्ठारक परंपरा के थे और इनका समय 1550 विक्रम संवत है। कवि के द्वारा लिखित संतीणाह चरिउ प्राप्त होती है। इसमें 13 परिच्छेद हैं और यह लगभग 5000 पद्य प्रमाण रचना है। इस ग्रंथ में शांतिनाथ भगवान के पूर्व भव की एवं वर्तमान भव की कथा का वर्णन किया गया है।